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पति के जाने पर देवर से चुदाई | pati ke jaane par dewar se chudai...


मेरा नाम रूबी(बदला हुआ नाम) है | मै अभी नॉएडा में रहती हू |ऐसे तो मै UP,लखनऊ की रहने वाली हू पर अब मै अपने पति के साथ नॉएडा में रहती हू | ये कहानी करीब 2 साल पहले की जब मै नई-नई यहाँ आई थी| उस समय हमारा घर का कंडीशन बिलकुल ख़राब था| मेरे पति अपना नया बिजनेस शुरु कर रहे थे| चलिए अब मै अपनी घटना पर आता हू...







मेरा रंग गोरा है| मेरे पति थोरा सावला है| मेरे पति बिजनेस के काम से मुंबई जा रहे थे तो उन्होंने बताया की उनके गाव से मनोज आ रहा है उसे यहाँ कोई 2-3 दिन का काम है फिर वो चला जायेगा, तब तक मै भी आ जाउगा| तो मेरे पति उस रात को मुंबई का ट्रेन पकड़ कर चले गई| तब मै और मेरा 2 साल का बेटा घर में थे| सब ठीक चल रहा था| अगले दिन करीब 2 बजे कोई दरवाजा खटखटाया , मै दरवाजा खोली तो दरवाजे पर मनोज खड़ा था| मै उसे अन्दर आने को बोली ,फिर मै उसे बैठाई और नास्ता दिया| फिर हम दोनों बाते करने लगे ,वो भैया के बारे में पूछा ,मै उसे सारी बात बताई|फिर रात को हम खाना खा कर सोने का तैयारी करने लगे| अब सोने में दिकत आने लगी क्यू की एक ही पलंग था ,लेकिन बड़ा था| लेकिन साथ में कैसे सो सकते थे| और ऊपर से ये ठण्ड निचे भी नही सो सकते थे और ना ही उतना बिछावन था| अब मै क्या करता| मनोज छोटा बचा भी नही था की अपने साथ सुला लेता| वो एक 19 साल का हटा-कटा इंसान था| तो बहुत देर सोचने के बाद मै उनको एक कम्बल दिया और बोला आप दिवार के तरफ सो जाइये| फिर मै अपने बेटे को लेकर इस तरफ सो गई| मै रजाई में थी और वो कम्बल में सोये थे| मै बोली की जब ठण्ड लगे तो रजाई में आ जाइएगा| क्यू की रात में ठण्ड बढ़ जाती है और वो कम्बल भी जायदा मोटा नही था| अब सबसे पहले मै थी फिर मेरा बेटा और लास्ट में वो सोये हुवे थे| करीब रात 2 बजे आचानक नींद कुले तो किसी के हाथ मेरे बूब्स को हल्का-हल्का सहला रहा था| फिर मै चुप-चाप वैसे ही सोई रही| मेरे बूब्स एकदम टाइट हो गया था और मेरे निप्पल खड़े हो गए थे| तभी मुझे एहसास हुआ की मनोज रजाई के अन्दर आ चूका था| वो मेरे बूब्स को बड़े प्यार से सहला रहा था| वो मेरे निप्पल को ऊपर से ही पकड़ ले रहा था क्यू की मै ब्रा भी नही पहनी थी और मेरा निप्पल भी टाइट हो गया था| वो हल्का-हल्का दबा भी रहा था| 


  


अब
मुझे भी मजा आने लगा था|फिर वो अचानक मेरे पेट को सहलाने लगा|वो मेरे नाभि के अन्दर अपनी ऊँगली डालने लगा| मुझे बड़ा मजा आ रहा था और मुझे गुद-गुदी  भी हो रही थी लकिन मैंने अपने आप को कण्ट्रोल किया, और वैसे ह सोई रही| फिर करीब 5 मिनट के बाद वो अपना हाथ मेरे चूत पर ले गया| और साड़ी के ऊपर से हि मेरे चूत को सहलाने लगा| वो मेरे चूत को अपने हाथ में लेना चाह रहा था पर ले नही पा रहा था| क्यू की मै अन्दर से अंडर-बेयर पहनी हुई थी| लेकिन उसे मेरे चूत का बाल अहसास हो गया था, जो काफी बढ़ गई थी| मै करीब एक महीने से सेविंग नही की थी| फिर वो थोरा देर के बाद फिर से मेरे बूब्स को सहलाने लगा| अब वो धीरे-धीरे दबा रहा था|अब मुझे भी मजा आने लगा था और मै भी गर्म होने लगी थी| तभी अचानक वो धेरे से मेरे हाथ पकड़ कर अपने लंड के ऊपर रख दिया और अपने लंड को मेरे हाथ से मसलने लगा| मै दंग रह गई ,मै जान भुझ कर उसका लंड नही पकड़ रही थी की कही उसको मालूम न हो जाए की मै जागी हुई हू| वो बरियारी मेरे हाथ को अपने लंड पर दबा रहा था| उसका लंड एकदम सक्थ था|फिर वो मेरे हाथ को अपने पैन्ट के अन्दर कर मेरे हाथ को पकड़ कर मुठ मरने लगा| 

उसका लंड मेरे पति से लम्बा और थोरा मोटा भी था| वो मेरे हाथ को पकड़ अपने लंड पर दबा कर मुठ मर रहा था| फिर थोरा देर के बाद वो मेरे हाथ को मेरे पास छोर कर सोने लगा| मै भी सोने लगी| फिर करीब 6 बजे मै उठी तो देखा मनोज सोया हुआ था| 







मै फ्रेश हो कर खाना बनाने लगी, पर मेरे दिमाग में वो रात का सिन चल रहा था| गिसके कारण मेरे बूब्स अभी भी टाइट थे| करीब आधा घंटा के बाद वो भी उठ गया| वो उठ कर किचेन में आया जहा मै खाना बना रही थी और बोला की भाभी आप तो जल्दी उठ जाती है| मै बोली जल्दी कहा है 6 बज गए है| वो मेरे बगल में खड़ा था और मेरे बूब्स को घुर रहा था जो एकदम टाइट हो कर उभरा हुआ था| फिर मै तिरछी नजर से उसका पैन्ट देखा जिसमे उसका लंड साफ़ पता चल रहा था| थोरा देर बात करने के बाद वो फ्रेश होने चला गया| करीब 2 घंटे के बाद खाना खा कर वो अपने काम से निकल गया| फिर मै अपना घर का काम करने लगी| मै भी नहा धो कर खाना खा लिया| आज धुप निकला था तो थोरा कम ठण्ड थी| फिर मैंने सोचा की क्यू न मै भी कुछ अपने तरफ से पहल करू| तो मै एक टाइट पैजामा और ऊपर से एक टाइट शूट पहन लिया| मै अन्दर से पंटी और ब्रा निकल दिया था| सायद मै अब उसका लंड लेने को तैयार हो गई थी| मेरे सूट काफी छोटे थे| जिसमे से मेरे उभरे हुए गांड नजर आ रहा था| आगे से मेरे चूत का आकार बन गया था| और मै आज नहाते समय अपने चूत के बाल साफ़ कर लिये थे| और मेरे सूट के टाइट होने के कारण मेरे बूब्स के निप्पल भी नजर आ रहे थे| मै कपडे पहन कर अपने बेटे के साथ रजाई में लेती हुई थी

वो करीब 3:30 में आया तो मै दरवाजा खोली| वो मेरे बूब्स को घुर रहा था| मै भी जानबूज कर दुपट्टा नही लिया था| जके कारण मेरे बूब्स ऊपर से थोरा नजर आ रहे थे| फिर मै उनको खाने को पूछा तो वो बोला की मै बाहर खाना खा लिया हू| फिर वो बाथरूम में जा कर कपडा बदला तब तक मै रजाई में आ कर लेटी गई| फिर मै सोची की अब कुछ किया जाए तो मै उनसे बोली की ठण्ड है रजाई में आ जाइये| तो वो रजाई में आकर मेरे पैर के तरफ बैठ गया| मै फिर सोची की कुछ किया जाए तो मै अपना पर थोरा फैलाया, जीके कारण उसका हाथ मेरे गंघ से टच होने लगा| अब उसे भी पता चल चूका था की मै ये सब जान भुज कर कर रही हू| करीब 5 मिनट के बाद उसने अपना उंगली हिलाना शुरु क्या जो मेरे जांघ से टच हो रहा था| मै अपने बेटे के साथ खेल रही थी| और ये सब रजाई के अन्दर हो रहा था| मै भी मजा ले रही थी| वो धीरे-धीरे मेरे जांघ को टच कर रहा था| मै एकतरफा अपने बेटे के तरफ लेती हुई थी और वो भी उधर ही बैठा था| फिर अचानक उसने अपना पैर फैलाया और उसका पैर का उंगली मेरे चूत को छूने लगा| उसने जैसे ही मेरे चूत को टच किया मै ऊपर से निचे तक हिल गई| वो अब भी मेरे जांघ को अपने हाथो से सहला रहा था| और अब वो मेरे चूत को भी अपने पैरो से टच कर रहा था| मै कुछ नही बोली क्यू की मुझे भी ये सब अच्छा लग रहा था| उसे मेरे चूत का साफ़-साफ़ अहसास हो रहा था क्यू की मैंने पैंटी नही पहनी थी और मेरे पैजामा भी टाइट थी| तभी उसने अपना पैर के उंगली को हल्का सा हिलाया और मेरे चूत के होठो को रगरने लगा| मुझे बहुत मजा आ रहा था| और मै गरम होने लगी थी| मुझे उसका लंड का याद आ रहा था जो कल रात मेरे हाथो में था| वो मेरे चूत के होठो को अलग करने च रहा था पर वो नही कर पा रहा था| मुझे बहुत मजा आ रहा था| उसे पता चल चूका था की मै आज अपने चूत के बाल साफ़ कर लिए है| अब मुझे बर्दाश्त नही हो रहा था तो मै थोरा हिली, जिसके कारन मेरा पैर उसे लंड के पास चला गया और उसका हाथ थोरा और 

आगे आ गया और मेरा चूत उसके पैर पर जोर से दब गया| वो समझ गया की मै चुदाने के लिए तैयार हू| और वो मेरे चूत को जोर से दबाने लगा| अब वो अपने हाथ मेरे गांड पर फेर रहा था| मै पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी| 


तभी मै अपने आप को कण्ट्रोल किया और उठ कर बाथरूम में चली गई और टॉयलेट करने लगी जिसका आवाज उसे भी सुनाई दे रही होगी| मेरा पैजामा चूत के पास भीग चूका था क्यू की चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी| मै बाथरूम से निकल कर सीधे किचेन में चली गई| शाम हो ही चूका था मै सोची की जल्दी से खाना बना के खा लिया जाए क्यू की फिर ठण्ड में बनाने का मन नही करता है| और ऐसे भी आज मुझे उससे चुदवानी थी 

तो मै खाना बनाना शुरु कर दिया|
करीब 9 बजे तक हमसब खाना खा चुके थे| फिर वो अपना कम्बल ले कर साइड में सो गए| मै अपना कपडा बाथरूम में जा कर बदल लिया , मै अब पतली से नाइटी पहन ली थी और अंदरसे कुछ नही था ना पैंटी ना ब्रा ,मैंने जान भुझ कर ऐसा किया था| फिर में लाइट बंद कर सोने चली गई| रूम में पूरा अँधेरा हो गया था| आज मै उसके बगल में सोने वाली थी| सबसे पहले मेरे बेटा फिर मै और लास्ट में मनोज था| मै रजाई में थी| वो कम्बल में था| मै बोली की ठण्ड लगे तो रजाई में आ जाना| तो वो बोलकी इस कम्बल से तो ठण्ड जाती ही नही है| तो मै बोली की ठीक है रजाई में आ जाओ तो वो धीरे से रजाई में आ गया| अभी मै उसी की तरफ पलटी हुई थी| जैसे ही मेरा हाथ उसके बॉडी को छुआ तो मै दंग रह गई , उसने ऊपर में कुछ नही पहना था| तो मै सोचने लगी की निचे कुछ पहना है या नही तो मै अपना पैर हिला कर फिर से सीधा कर लिया| तभी मेरा पैर उसके मोटे लंड से टच हो गया जो पूरा तना हुआ था| मै सोचने लगी की ये तो पहले से ही तैयार है| ऐसे तो मै भी तैयार थी लेकिन इतनी नही| फिर जब वो रजाई के अन्दर आ गया तो मै अपने बेटे के तरफ घूम गई| और मेरी गांड उसके तरफ थी| मै चाह रही थी की पहले वो शुरु करे ,जिसके लिए मै तैयार थी| मै उसके तरफ अपनी गांड करके चुपचाप लेटी रही| करीब 10 मिनट के बाद मुझे उसका हाथ मेरे गांड पर महसूस हुआ| वो धीरे-धीरे अपने उंगली से मेरे गांड को छु रहा था| उसका इस तरह से छूना मुझे अच्छा लग रहा था| सायद वो चेक कर रहा था की मै अन्दर से कुछ पहना है या नही| जब मै कुछ नही बोली तो वो अब पुरे
हाथ को मेरे गांड पर रख दिया| वो अब अच्छे से मेरे गांड को सहला रहा था| 

SEE HOW CAN I SHAVE MY PUSSY  ⬇⬇⬇⬇⬇     


मै
चुपचाप अपने दातो से होठो को दबा कर मजा ले रही थी|वो मेरे दोनों गांड को मसल रहा था| तभी वो अपना हाथ मेरे कमर पर रख कर थोरा आगे आया जिससे उसका लंड मेरे गांड से पूरा चिपक गया| अब वो मुझे कपडे के ऊपर से ही अपना          लंड मेरे गांड में दाल रहा था| कपडा लूज होने के कारण उसका आधा लंड गांड के अन्दर आ गया था|उसका लंड सच में मोटा था|अब वो दीरे-धीरे में गांड को कपडे के ऊपर से ही चोदने लगा| फिर वो एक हाथ मेरे बूब्स पर रख कर सहलाने लगा| मुझे अब रहा नही जा रहा था| मेरी सासे थोरे तेज हो गए थे| वो जान गया की मुझे अच्छा लग रहा है तो वो मेरे बूब्स को जोर से मसलने लगा और थोरा देर मसलने के बाद वो मेरे चूत पर हाथ ले गया और अपने उंगली से मेरे चूत को सहलाने लगा| मुझे रहा नही जा रहा था| फिर वो मेरे कपडे को ऊपर करने लगा वो थोरा ऊपर आया क्यू की निचे से कपडा दबा हुआ था| अब वो मेरे खुले गांड से अपना लंड को रगर रहा था| और आगे से मेरे चूत को , मुझे रहा नही जा रहा था, मै पूरी तरह गीली हो चुकी थी| तब तक वो मेरे चूत के अन्दर अपनी उंगली डाल दिया| उसने जैसे ही मेरे चूत के अन्दर उंगली डाली मै ऊपर से निचे तक हिल गई| वो समझ गया था की मै पूरी तरह से गरम हो चुकी हू| तभी उसने मुझे पकड़ कर अपने तरफ घुमा लिया और मै आराम से घूम गई और अपना एक पैर उसके ऊपर रख दिया और एक हाथ से उसके सर को पकड़ कर उसके होठो को चूमने लगी| मै अब बर्दाश्त नही कर सकती थी|वो भी मेरे होठो को पूरा चूस रहा था और मै भी| एक हाथ से वो मेरे गांड को मसल रहा था| तभी मै दुसरे हाथ से उसके लंड को पकड़ कर अपने चूत में सटा कर मुठ मरने लगी| मुझे बहुत मजा आ रहा था और मेरे मुह से आआआआआ......ऊऊऊऊऊऊऊऊओ .....कि आवाज आ रही थी| तभी वो मेरे गांड छोर कर मेरे बूब्स को कस-कस के दबाने लगा| फिर थोरा देर के बाद वो मेरा नाइटी मेरे शरीर से निकाल दया ,अब मै भी पूरी तरह नंगी थी और वो भी | अब वो मेरे चूत पर थोरा थूक लगाया और अपने लंड पर भी और मेरे चूत से लगा कर एक जोर का झटका दिया तो मेरी चीख निकल गई| फिर वो मेरे होठो को चूसने लगा| उसका आधा लंड मेरे चूत के अन्दर चला गया था| मुझे थोरा दर्द भी हो रहा था पर मजा भी आ रहा था| करीब 2 मिनट वैसे ही रहने के बाद उसने अब धीरे-धीरे अन्दर बाहर करने लगा| अब मुझे भी अच्छा लग रहा था| अब वो मुझे आराम से चोद रहा था| वो एक हाथ से मेरा गांड मसल रहा था जिससे मुझे बहुत मजा आ रहा था| करीब 5 मिनट तक वैसे ही चोदने के बाद वो मेरे ऊपर आ गया था और मै उसके निचे| वो अब मुझे जोर-जोर का झटका मार रहा था| मै भी अपना गांड उठा-उठा कर उसका साथ दे रही थी| हमदोनो एक दुसरे से एकदम चिपके हुए थे| मै उसे अपने दोनों हाथो से कस के पकडे हुई थी, जिसके कारन मेरे दोनों बूब्स उसके छाती से एकदम चिपके हुए थे| मै पहली बार किसी दुसरे मर्द के साथ इस तरह थी| हम दोनों एक दुसरे के होठो को चूस रहे थे| वो मुझे जोर-जोर से चोद रहा था| करीब 10 मिनट तक चोदने के बाद वो अचानक तेज हो गया और उसके लंड एकदम टाइट हो गया| मै भी अब झरने वाली थी , मै समझ गया की वो भी झरने वाला है| तो मै उससे बोली की अन्दर मत झरना| तो वो बोला की ठीक है| तब तक मै झर गई ,वो और तेज हो गया और मुझे पुरे जोर से चोदने लगा| मेरे मुह से आआआआ ..........ऊऊऊऊऊऊऊऊऊ की आवाज आने लगी| उसके मुह से भी आवाज निकलने लगी थी , तभी वो मेरे चूत से लंड निकाला और मेरे पेट पर अपना फुहार चोर दिया| और मेरे ऊपर ही लेट गया|  हम दोनों पुरे पसीने से भीग गए थे| वो मेरे ऊपर लेते हुए था और मै उसे अपने दोनों हाथो से पकड़ी हुई थी| करीब 5 मिनट के बाद वो मेरे ऊपर से हटा| फिर थोरा देर के बाद वो मुझे अपने तरफ कर लिया और मै चली भी गई और उसको चूमने लगा| हम दोनों एक दुसरे को पकडे हुए थे| और वैसे ही सो गए| 


फिर सुबह उठी तो वो भी उठ गया ,वो मेरे बूब्स को सहला रहा था| मै अपनी नाइटी पहनने की कोसिस की तो वो मुझ से छीन लिया| मै समझ गई की वो मुझे नंगा देखना चाहता है| तो फिर मै उठी और बाथरूम में गई टॉयलेट करने| मुझे ठण्ड लग रही थी| फिर मै जल्दी से रजाई के अन्दर आ गई| फिर वो मेरा गांड मारा| इस तरह वो मुझे मेरे पति के आने तक चोदता रहा और मै भी चुद्वाती रही|                        







                             THE  END







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